ED के बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा ने मारी दबिश अंबिकापुर, छत्तीसगढ़ अंबिकापुर में बहुचर्चित जिला खनिज न्यास (DMF)...
ED के बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा ने मारी दबिश
अंबिकापुर, छत्तीसगढ़ अंबिकापुर में बहुचर्चित जिला खनिज न्यास (DMF) घोटाले को लेकर जांच एजेंसियों की कार्रवाई तेज हो गई है। सोमवार सुबह ACB (Anti-Corruption Bureau) और EOW (Economic Offences Wing) की संयुक्त टीम ने अंबिकापुर के नामी कारोबारी और सप्लायर अशोक अग्रवाल के घर पर छापा मारा।
कार्रवाई सुबह-सुबह शुरू हुई और कई घंटों तक टीम दस्तावेज़ों की जांच में जुटी रही। अशोक अग्रवाल की फर्म का नाम पहले ही DMF फंड में भ्रष्टाचार के मामले में सामने आ चुका है और उनके खिलाफ पहले से FIR दर्ज है।
गौरतलब है कि लगभग एक वर्ष पूर्व प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इसी मामले में अग्रवाल के ठिकानों पर छापेमारी की थी। अब ACB-EOW की यह कार्रवाई घोटाले की जांच में एक नया मोड़ लेकर आई है।
सूत्रों के अनुसार, टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ हाथ लगे हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है। यह माना जा रहा है कि DMF घोटाले में कई और बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।
क्या है DMF घोटाला?
जिला खनिज न्यास (DMF) फंड का उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास और स्थानीय लोगों की भलाई है, लेकिन इस फंड के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार को लेकर लंबे समय से आरोप लगते रहे हैं।
ACB और EOW की इस ताजा कार्रवाई से यह स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि शासन इस घोटाले को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है और कोई भी आरोपी अब जांच से बच नहीं पाएगा।
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