बीजापुर मर्डर केस में नया मोड़: कांग्रेस अध्यक्ष ने नक्सली थ्योरी पर उठाए सवाल, बोले - 'मामला संदिग्ध, गहराई से हो जांच': बीजापुर ...
बीजापुर मर्डर केस में नया मोड़: कांग्रेस अध्यक्ष ने नक्सली थ्योरी पर उठाए सवाल, बोले - 'मामला संदिग्ध, गहराई से हो जांच':
बीजापुर : जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या के चार दिन बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बड़ा बयान देते हुए इस हत्याकांड को नक्सली वारदात मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक संकेतों से यह मामला नक्सली हिंसा जैसा प्रतीत नहीं होता, बल्कि इसमें कोई गहरी साजिश, आपसी रंजिश या अन्य व्यक्तिगत कारण छिपे हो सकते हैं।
दीपक बैज ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हमें नक्सल थ्योरी पर पूरा भरोसा नहीं है। यह एक संदिग्ध हत्या है, और हम चाहते हैं कि शासन व प्रशासन इसकी निष्पक्ष और गहराई से जांच कराए। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए।"
कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और यदि इसमें कोई साजिश है तो उसका पर्दाफाश होना जरूरी है।
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। जहां पुलिस अभी तक इसे नक्सली हमला मान रही थी, वहीं अब जांच की दिशा बदल सकती है।
पुलिस अधीक्षक का बयान:
बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने भी कहा कि, "हम सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। नक्सली गतिविधियों का संदेह है लेकिन हत्या के तरीके और घटनास्थल पर मिले सुरागों से मामला थोड़ा अलग प्रतीत हो रहा है।"
स्थानीय स्तर पर भी बढ़ी चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भय का माहौल है। कई कार्यकर्ताओं ने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। वहीं, विपक्ष ने भी सरकार पर सवाल उठाए हैं कि नक्सल क्षेत्र में अब कांग्रेस कार्यकर्ता तक सुरक्षित नहीं हैं।
अब आगे क्या?
सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एसआईटी का गठन संभव है और तकनीकी व गुप्तचर रिपोर्ट पर आधारित जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
राजनीति, सुरक्षा और विश्वास — तीनों पर मंडराता सवाल:
बीजापुर मर्डर केस अब न सिर्फ एक आपराधिक मामला है, बल्कि यह प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था और राजनीतिक माहौल का भी आईना बन गया है।
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