मनरेगा से मिली संजीवनी: मुंडा गांव में बना कुआं बना सिंचाई का स्थायी साधन मुंडा, [जिला] : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधि...
मनरेगा से मिली संजीवनी: मुंडा गांव में बना कुआं बना सिंचाई का स्थायी साधन
मुंडा, [जिला] : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत मुंडा गांव में हाल ही में निर्मित कुएं ने ग्रामीणों की किस्मत बदल दी है। यह कुआं अब गांव के किसानों के लिए सिंचाई का एक स्थायी और भरोसेमंद स्रोत बन गया है।
पहले जहां बारिश के भरोसे खेती होती थी, वहीं अब इस कुएं से खेतों को समय पर पानी मिल रहा है। इससे फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है और किसानों की आमदनी भी बेहतर हुई है।
गांव के किसान रामलाल कहते हैं, “इससे पहले हमें सिंचाई के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता था। अब हमारे पास अपना पानी है, फसल भी अच्छी हो रही है और खर्च भी कम हुआ है।”
मनरेगा के अंतर्गत यह कुआं न केवल जल स्रोत बना, बल्कि निर्माण के दौरान स्थानीय मजदूरों को रोजगार भी मिला, जिससे गांव की आर्थिक स्थिति में सुधार आया।
ग्राम प्रधान [नाम] ने कहा, “यह केवल एक कुआं नहीं, हमारे गांव की प्रगति की नींव है।”
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