छुरा ब्लॉक में जल जीवन मिशन की पोल खुली, गांवों में जल संकट गहराया: पुनितराम ठाकुर: मुड़ागांव (कोरासी) : गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड क...
छुरा ब्लॉक में जल जीवन मिशन की पोल खुली, गांवों में जल संकट गहराया: पुनितराम ठाकुर:
मुड़ागांव (कोरासी) : गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड के ग्रामीण अंचलों में जल संकट अब भयावह रूप ले चुका है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना, जिसे गांव-गांव तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, अब इस क्षेत्र में पूरी तरह से पटरी से उतरती दिखाई दे रही है।
छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज गरियाबंद जिला मीडिया प्रभारी पुनितराम ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि छुरा ब्लॉक के दर्जनों गांवों में नल-जल योजनाएं वर्षों से अधूरी पड़ी हैं, कई जगह पाइपलाइन बिछाई तो गई लेकिन जल आपूर्ति आज तक शुरू नहीं हुई।
ठाकुर ने प्रशासन पर लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा:
"सालों से ग्रामीण सिर्फ आश्वासनों पर जी रहे हैं। जल जीवन मिशन के नाम पर बजट तो आया, लेकिन न पानी आया, न समाधान। कहीं मोटर खराब है, कहीं टंकी टूटी पड़ी है। जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ कागजों में काम दिखा रहे हैं।"
गर्मी की तपिश बढ़ते ही पानी का संकट और भी विकराल हो गया है। महिलाओं और बच्चों को सुबह 4 बजे से ही पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। कई गांवों में लोग अब झिरियों और छोटे गड्ढों से गंदा पानी पीने को मजबूर हो गए हैं।
पुनितराम ठाकुर ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि:
जल जीवन मिशन के कार्यों की निष्पक्ष जांच करवाई जाए,
अधूरी योजनाओं को प्राथमिकता से पूरा किया जाए,
और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
जनता की पीड़ा को नजरअंदाज करना अब असंभव है। यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में यह जल संकट जनाक्रोश का रूप ले सकता है।
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