भारत-पाकिस्तान तनाव गहराया: परमाणु युद्ध की आशंका, अमेरिका-चीन ने दी शांति की सलाह: नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा तन...
भारत-पाकिस्तान तनाव गहराया: परमाणु युद्ध की आशंका, अमेरिका-चीन ने दी शांति की सलाह:
नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा तनाव एक बार फिर गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच हालात और बिगड़ गए हैं। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए, जिसके जवाब में इस्लामाबाद ने भी तीखे कदम उठाए। इसके बावजूद पाकिस्तान की तरफ से बार-बार परमाणु हमले की धमकियां चिंता बढ़ा रही हैं।
पाकिस्तान की इन धमकियों के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय सक्रिय हो गया है। चीन और अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश इस मामले में कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों देशों की अपील है कि भारत और पाकिस्तान युद्ध के रास्ते पर न जाएं, और बातचीत से मसला हल करें।
भारत की चुप्पी और पाकिस्तान की धमकी:
जहां पाकिस्तान ने कई बार खुलेआम परमाणु हथियारों का जिक्र किया है, वहीं भारत अब तक संयम बनाए हुए है। भारत की 'नो फर्स्ट यूज' नीति साफ कहती है कि वह पहले कभी परमाणु हमला नहीं करेगा, लेकिन आत्मरक्षा में उसका इस्तेमाल कर सकता है।
चीन और अमेरिका की क्या है भूमिका?
चीन, जो इस क्षेत्र में प्रभावशाली भूमिका रखता है, लगातार दोनों देशों से संयम बरतने की अपील कर रहा है। उसका मानना है कि संघर्ष का समाधान सैन्य नहीं, राजनीतिक संवाद से निकल सकता है। वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान दोनों से संपर्क में रहेगा और अन्य देशों को भी स्थिति को शांत करने में भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगा।
संयुक्त राष्ट्र की अपील:
संयुक्त राष्ट्र ने भी दोनों देशों से वार्ता की है और उनसे आग्रह किया है कि विवाद को बातचीत से सुलझाएं। वैश्विक संस्था ने स्पष्ट किया है कि दक्षिण एशिया में किसी भी तरह का युद्ध सिर्फ तबाही लाएगा, जिसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा।
भारत-पाक के परमाणु भंडार:
थिंक टैंकों के अनुसार, भारत के पास करीब 172 और पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं। दोनों देशों की ताकत लगभग बराबर मानी जाती है, लेकिन भारत की नीति उसे अधिक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में पेश करती है।
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