बस्तर की मिट्टी में गूंजेगा न्याय का स्वर, 33 किमी की पदयात्रा से देंगे अधिकारों की हुंकार बस्तर, छत्तीसगढ़ : बस्तर की धरती एक बार फिर बदला...
बस्तर की मिट्टी में गूंजेगा न्याय का स्वर, 33 किमी की पदयात्रा से देंगे अधिकारों की हुंकार
बस्तर, छत्तीसगढ़ : बस्तर की धरती एक बार फिर बदलाव की दस्तक सुनने को तैयार है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज 26 मई से एक ऐतिहासिक "न्याय यात्रा" की शुरुआत करने जा रहे हैं, जो आदिवासी समाज, जल-जंगल-ज़मीन और खनिज संपदा के संरक्षण के संकल्प के साथ जुड़ी हुई है।
यह यात्रा बचेली से आरंभ होकर 28 मई को दंतेवाड़ा में समाप्त होगी। कुल 33 किलोमीटर की यह पदयात्रा न केवल भौगोलिक दूरी को मापेगी, बल्कि वर्षों से उपेक्षित आवाज़ों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास भी करेगी।
इस यात्रा का बीजारोपण तब हुआ, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने देशभर में न्याय की लड़ाई को जारी रखने का आह्वान किया। इसी प्रेरणा से दीपक बैज ने बस्तर की जमीनी हकीकत को सामने लाने का संकल्प लिया है।
मुख्य उद्देश्य:
आदिवासी अधिकारों की रक्षा
खनिज संसाधनों पर समुदाय का स्वामित्व
पर्यावरण संरक्षण
न्यायसंगत विकास का संदेश
इस यात्रा में ग्रामीणों की सहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा, लोककलाओं के माध्यम से संदेश पहुंचाया जाएगा, और हर पड़ाव पर जनसंवाद के ज़रिए लोगों की बात सुनी जाएगी।
दीपक बैज का यह कदम बस्तर की राजनीति में एक नई संवेदना और जनसरोकार की लहर बनकर उभर रहा है। न्याय यात्रा अब केवल एक राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि जनआकांक्षाओं की यात्रा बन चुकी है।
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