हजारों शिक्षकों की नौकरी पर संकट, शिक्षा व्यवस्था पर गहरा असर: जगदलपुर : प्रदेश में 10,463 शासकीय स्कूलों को बंद करने की संभावित योजना को...
हजारों शिक्षकों की नौकरी पर संकट, शिक्षा व्यवस्था पर गहरा असर:
जगदलपुर : प्रदेश में 10,463 शासकीय स्कूलों को बंद करने की संभावित योजना को लेकर सियासी बवाल तेज हो गया है। कांग्रेस ने इस निर्णय को "शिक्षा विरोधी षड़यंत्र" करार देते हुए चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। पार्टी ने चेताया है कि यदि सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती, तो वह सड़कों पर उतरकर जनआंदोलन चलाएगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "यह केवल स्कूलों को बंद करने की बात नहीं है, बल्कि यह हजारों शिक्षकों की आजीविका और लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है। सरकार को बच्चों की शिक्षा के अधिकार का सम्मान करना चाहिए, न कि उसे कुचलने का प्रयास करना।"
उन्होंने आगे कहा कि इससे न सिर्फ ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में शिक्षा व्यवस्था चरमरा जाएगी, बल्कि हजारों शिक्षकों की नौकरियों पर भी गहरा संकट मंडरा रहा है। "हम यह अन्याय किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे," उन्होंने कहा।
कांग्रेस ने कहा है कि वह जल्द ही पूरे प्रदेश में जन-जागरूकता अभियान चलाकर जनता को इस फैसले के दुष्परिणामों से अवगत कराएगी। चरणबद्ध आंदोलन के तहत जनसभाएं, प्रदर्शन और पदयात्राएं आयोजित की जाएंगी।
शिक्षा बचाओ - भविष्य बचाओ के नारे के साथ कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि जनभावनाओं की अनदेखी की गई, तो यह मुद्दा विधानसभा से लेकर सड़क तक गूंजेगा।
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