कभी नक्सलियों की राजधानी कहे जाने वाले कुतुल से पहली बार बस सेवा का शुभारंभ: नारायणपुर : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के कुतुल गांव, जिसे ए...
कभी नक्सलियों की राजधानी कहे जाने वाले कुतुल से पहली बार बस सेवा का शुभारंभ:
नारायणपुर : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के कुतुल गांव, जिसे एक समय में नक्सलियों की राजधानी कहा जाता था, से पहली बार बस सेवा की शुरुआत हुई है। यह ऐतिहासिक क्षण ग्रामीणों के लिए आशा, प्रगति और विश्वास का प्रतीक बन गया है।
कई वर्षों तक संघर्ष और भय के साये में जीते इस क्षेत्र के लोग अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा चुके हैं। प्रशासन और सुरक्षा बलों के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप कुतुल आज सामान्य जीवन की ओर लौट रहा है।
बस सेवा के शुभारंभ के साथ ही स्थानीय निवासियों को अब मुख्यालय तक आवागमन में सुविधा मिलेगी। बच्चे स्कूल जा सकेंगे, ग्रामीण बाजार तक पहुँच सकेंगे और जरूरतमंद समय पर अस्पताल पहुंच पाएंगे। इस बस सेवा का न केवल सामाजिक बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी दूरगामी प्रभाव होने की उम्मीद है।
स्थानीय निवासी सोमा कश्यप ने भावुक होकर कहा, “हमने कभी सोचा नहीं था कि कुतुल से भी बस चलेगी। आज लगता है जैसे हम भी भारत का हिस्सा हैं।”
यह पहल केवल एक बस सेवा नहीं, बल्कि उस विश्वास का पुनर्निर्माण है जो वर्षों से हिंसा और अलगाव के कारण टूटा हुआ था।
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