बिलासपुर कानन जूलॉजिकल पार्क में लॉयन ‘भीम’ की मौत: लगातार वन्य प्राणियों की मौत पर उठ रहे सवाल: बिलासपुर : कानन-पेंडारी जूलॉजिकल पार्क म...
बिलासपुर कानन जूलॉजिकल पार्क में लॉयन ‘भीम’ की मौत: लगातार वन्य प्राणियों की मौत पर उठ रहे सवाल:
बिलासपुर : कानन-पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में लॉयन ‘भीम’ की मौत ने वन्यजीव संरक्षण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 15 दिनों से बीमार भीम ने खाना छोड़ दिया था और उसका इलाज चल रहा था। जू प्रबंधन के अनुसार, किडनी में संक्रमण (इन्फेक्शन) के कारण उसकी मृत्यु हुई।
भीम की बिगड़ती हालत और मौत:
कानन जूलॉजिकल पार्क में मौजूद 15 वर्षीय भीम बीते 15 दिनों से बीमार था। उसने खाना-पीना लगभग त्याग दिया था, जिससे उसकी स्थिति और भी नाजुक हो गई। डॉक्टर्स की टीम उसका इलाज कर रही थी, लेकिन लगातार गिरती सेहत को बचाया नहीं जा सका।
लगातार हो रही वन्यजीवों की मौत, प्रबंधन पर सवाल:
कानन जूलॉजिकल पार्क में इससे पहले भी वन्यजीवों की असमय मौतें हुई हैं। लगातार वन्यजीवों के निधन के मामलों ने प्रबंधन और देखभाल व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वन्यजीवों के स्वास्थ्य और उनके रखरखाव में सुधार की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
वन्यजीव संरक्षण की दिशा में सख्त कदम जरूरी:
वन्यजीवों के लिए संरक्षित माने जाने वाले जूलॉजिकल पार्क में यदि जानवर लगातार दम तोड़ रहे हैं, तो यह संरक्षण प्रणाली की कमजोरियों को उजागर करता है। वन्यजीव प्रेमियों और पर्यावरणविदों ने इस मामले की गहन जांच और प्रबंधन में सुधार की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी अन्य वन्यजीव को इस तरह से अपनी जान न गंवानी पड़े।
इस घटना के बाद वन विभाग और प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे जू में रह रहे अन्य वन्यजीवों के स्वास्थ्य और देखभाल की स्थिति पर विशेष ध्यान दें।
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