DMF घोटाला केस: रानू साहू, सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी की रिमांड बढ़ी, 10 मार्च तक होगी पूछताछ: रायपुर: छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती सर...
DMF घोटाला केस: रानू साहू, सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी की रिमांड बढ़ी, 10 मार्च तक होगी पूछताछ:
रायपुर: छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए DMF (जिला खनिज न्यास) घोटाले में जांच जारी है। गुरुवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद, निलंबित IAS अधिकारी रानू साहू, पूर्व डिप्टी सचिव सौम्या चौरसिया और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की रिमांड को बढ़ा दिया गया है। अब EOW (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) की टीम 10 मार्च तक इनसे पूछताछ करेगी।
तीनों आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। EOW ने घोटाले से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब पाने के लिए रिमांड बढ़ाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।
क्या है DMF घोटाला?
DMF फंड का उपयोग आदिवासी और खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए किया जाता है। लेकिन जांच एजेंसियों का आरोप है कि पिछली सरकार में इस फंड का बड़े पैमाने पर ग़लत तरीके से उपयोग किया गया, जिससे करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ।
EOW की जांच में क्या हुआ अब तक?
सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने इस फंड के पैसों का दुरुपयोग किया और इसमें कई प्रभावशाली लोग शामिल थे।
रानू साहू, जो IAS अधिकारी हैं, उन पर भी इस घोटाले में अहम भूमिका निभाने का शक है।
जांच एजेंसियों ने इससे पहले भी कई जगहों पर छापेमारी कर दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए हैं।
EOW की टीम अब इनसे आगे की पूछताछ कर घोटाले में शामिल अन्य लोगों और फंड के हेरफेर के तरीकों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। 10 मार्च तक की रिमांड के दौरान घोटाले के और राज खुलने की संभावना जताई जा रही है।
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