एडब्ल्यूबीआई ने 'प्राणी मित्र' पुरस्कार से नवाजा, गौवंश सेवा में उत्कृष्ट योगदान: खैरागढ़ : छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले ...
एडब्ल्यूबीआई ने 'प्राणी मित्र' पुरस्कार से नवाजा, गौवंश सेवा में उत्कृष्ट योगदान:
खैरागढ़ : छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले की मनोहर गौशाला के ट्रस्टी डॉ. अखिल जैन को भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI) द्वारा ‘प्राणी मित्र’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें गौवंश सेवा और पशु कल्याण में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री की उपस्थिति में डॉ. अखिल जैन को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर देशभर के विभिन्न पशु कल्याण कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया, लेकिन छत्तीसगढ़ के अखिल जैन का चयन गौसेवा के प्रति उनकी अद्वितीय निष्ठा और समर्पण के कारण विशेष रूप से किया गया।
गौसेवा में नई मिसाल कायम कर रहे हैं डॉ. अखिल जैन:
डॉ. अखिल जैन पिछले कई वर्षों से गौवंश संरक्षण और संवर्धन के कार्यों में सक्रिय हैं। उनकी गौशाला में बीमार, घायल और बेसहारा गौवंश को आश्रय, उपचार और पोषण प्रदान किया जाता है। उन्होंने अपने प्रयासों से गौसेवा को सिर्फ धार्मिक आस्था से नहीं, बल्कि वैज्ञानिक और सतत विकास की दृष्टि से भी जोड़ने का कार्य किया है।
उनके नेतृत्व में मनोहर गौशाला में आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं, गौशाला प्रबंधन के नवीन तरीकों और स्वच्छ पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जाता है। इस गौशाला में सैकड़ों गौवंश का संरक्षण किया जाता है, और यहां से प्रेरणा लेकर कई अन्य गौशालाओं ने भी अपने कार्यों में सुधार किया है।
सम्मान से बढ़ा प्रदेश का गौरव:
डॉ. अखिल जैन को मिले इस राष्ट्रीय पुरस्कार से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हुआ है। स्थानीय गौसेवकों और पशुप्रेमियों में भी इस सम्मान को लेकर खुशी और गर्व का माहौल है। यह पुरस्कार न केवल डॉ. जैन के प्रयासों की सराहना है, बल्कि गौसेवा के महत्व को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य करता है।
उनकी इस उपलब्धि पर स्थानीय प्रशासन, सामाजिक संगठनों और आम जनता ने बधाइयां दी हैं। उनके इस योगदान से न केवल पशु कल्याण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिलेगी।
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