धान खरीदी में महासमुंद अव्वल: छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी, किसानों को 31 हजार करोड़ से अधिक का भुगतान: रायपुर : ...
धान खरीदी में महासमुंद अव्वल: छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी, किसानों को 31 हजार करोड़ से अधिक का भुगतान:
रायपुर : छत्तीसगढ़ में इस वर्ष धान खरीदी ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य में अब तक 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है, जिससे 25.49 लाख से अधिक किसानों को सीधा लाभ मिला है। सरकार ने इस प्रक्रिया के तहत किसानों को 31 हजार करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया है।
धान खरीदी में महासमुंद जिला शीर्ष स्थान पर रहा, जहां सबसे अधिक धान की खरीद हुई। यह उपलब्धि राज्य की किसान हितैषी नीतियों और समर्थन मूल्य पर हो रही खरीदी का प्रमाण है।
सरकार की ओर से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस रिकॉर्ड खरीदी से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का नया रिकॉर्ड: 149.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी, महासमुंद अव्वल:
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस खरीफ सीजन के दौरान राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के तहत 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीदी की गई है। यह आंकड़ा राज्य बनने के बाद का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
धान खरीदी का विवरण:
मोटा धान: 81.98 लाख मीट्रिक टन
पतला धान: 10.75 लाख मीट्रिक टन
सरना धान: 56.52 लाख मीट्रिक टन
धान खरीदी का यह सिलसिला 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक जारी रहा, जिसमें 25.49 लाख पंजीकृत किसानों ने अपनी उपज बेची। सरकार ने किसानों को बैंक लिंकिंग प्रणाली के माध्यम से 31,089 करोड़ रुपए का भुगतान किया, जिससे किसानों को आर्थिक संबल मिला।
महासमुंद जिले ने मारी बाजी:
धान खरीदी में महासमुंद जिला सर्वाधिक 11.04 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर रहा। वहीं,
बेमेतरा जिला 9.38 लाख मीट्रिक टन धान खरीदकर दूसरे स्थान पर,
बलौदाबाजार-भाटापारा जिला 8.56 लाख मीट्रिक टन धान खरीदकर तीसरे स्थान पर रहा।
राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों और समर्थन मूल्य पर खरीदी की सुविधा से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सका। यह ऐतिहासिक उपलब्धि प्रदेश की कृषि समृद्धि को दर्शाती है और छत्तीसगढ़ को धान उत्पादन में अग्रणी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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