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महाकुंभ हादसा: बूढ़ी मां के सामने बेटे की अर्थी, 2 मासूमों से छीना पिता का साया

  महाकुंभ हादसा: बूढ़ी मां के सामने बेटे की अर्थी, 2 मासूमों से छीना पिता का साया: प्रयागराज  : में महाकुंभ जाते समय हुए सड़क हादसे ने छत्ती...

 महाकुंभ हादसा: बूढ़ी मां के सामने बेटे की अर्थी, 2 मासूमों से छीना पिता का साया:

प्रयागराज : में महाकुंभ जाते समय हुए सड़क हादसे ने छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले को गम में डुबो दिया। इस दर्दनाक दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो गई। जब प्रयागराज से उनके पार्थिव शरीर कोरबा पहुंचे, तो पूरे गांव में मातम छा गया।


बूढ़ी मां ने बेटे की अर्थी को नम आंखों से दी विदाई:

कोरबा के कलमीडुग्गु गांव में एक साथ 6 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सबसे हृदयविदारक दृश्य उस मां का था, जिसने अपने बेटे की अर्थी को कांपते हाथों से छुआ। बेटा, जो कुछ दिन पहले तक उसकी आंखों की रोशनी था, आज सफेद कपड़े में लिपटा सामने पड़ा था।


दो मासूमों के सिर से उठा पिता का साया:

हादसे में एक व्यक्ति की मौत के बाद उसकी दो मासूम बेटियों से पिता का साया छिन गया। ये मासूम अपनी छोटी आंखों से देख रही थीं, लेकिन शायद इस उम्र में वे इस दर्द को पूरी तरह समझ भी नहीं पा रही थीं। परिवार की महिलाएं दहाड़ें मारकर रो रही थीं, और गांव के हर शख्स की आंखें नम थीं।


शवों को लाने में लगे 6 घंटे, हर दिल था भारी:

हादसे में जान गंवाने वालों के शव प्रयागराज से कोरबा लाने में 6 घंटे लग गए। जैसे ही एंबुलेंस गांव में दाखिल हुई, चीख-पुकार मच गई। हर गली, हर आंगन मातम में डूबा था। यह हादसा सिर्फ उन परिवारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे गांव के लिए एक गहरी चोट बनकर आया।

यह दुर्घटना सिर्फ सड़क पर हुई एक घटना नहीं थी, बल्कि इसने कई परिवारों के सपनों को तोड़ दिया, कई जिंदगियों को अंधेरे में धकेल दिया।


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