महादेव सट्टा ऐप मामला CBI ने संभाली जांच, ED और EOW ने सौंपी केस डायरी: छत्तीसगढ़ : के चर्चित महादेव सट्टा ऐप घोटाले में अब केंद्रीय जांच...
महादेव सट्टा ऐप मामला CBI ने संभाली जांच, ED और EOW ने सौंपी केस डायरी:
छत्तीसगढ़ : के चर्चित महादेव सट्टा ऐप घोटाले में अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एंट्री हो गई है। मामले की जांच पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा की जा रही थी। दोनों एजेंसियों ने अब इस केस की डायरी और संबंधित दस्तावेज़ CBI को सौंप दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार, महादेव सट्टा ऐप घोटाला बड़े पैमाने पर ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़ा है, जिसमें करोड़ों रुपये की हेराफेरी की आशंका जताई गई है। ED ने इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच करते हुए कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और अहम सुराग जुटाए थे। वहीं, EOW ने भी स्थानीय स्तर पर गहराई से जांच की थी।
CBI को केस सौंपने के बाद उम्मीद है कि इस घोटाले के पीछे के मुख्य साजिशकर्ताओं और फंडिंग नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकेगा। यह मामला राज्य में कानून व्यवस्था और डिजिटल धोखाधड़ी से जुड़ी गंभीर चिंताओं को उजागर करता है।
अब क्या होगा आगे?
CBI अपनी जांच की शुरुआत हाल ही में सौंपे गए सबूतों और गवाहियों के आधार पर करेगी। एजेंसी जल्द ही संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ और नई छापेमारी की योजना बना सकती है। महादेव सट्टा ऐप मामले में आगे की जांच से न केवल आर्थिक अपराधों पर नकेल कसने में मदद मिलेगी, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए भी ठोस कदम उठाए जाएंगे
छत्तीसगढ़ के इस हाई-प्रोफाइल केस पर पूरे देश की नजरें टिकी
हुई हैं।
•महादेव सट्टा मामला CBI ने संभाली जांच, 6000 करोड़ के घोटाले की पड़ताल शुरू:
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप घोटाले में अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एंट्री हो गई है। इस कथित घोटाले की जांच अब तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के दायरे में थी। दोनों एजेंसियों ने इस मामले में दर्ज केस की डायरी और संबंधित दस्तावेज़ अब CBI को सौंप दिए हैं।
CBI ने केस अपने हाथ में लेते ही तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की गहराई से जांच के लिए CBI की एक विशेष टीम को दिल्ली से छत्तीसगढ़ भेजा गया है। यह टीम अब इस कथित घोटाले से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल करेगी।
•6000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप:
महादेव सट्टा ऐप घोटाले में 6000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप है। यह घोटाला डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी से जुड़ा है। ईडी और ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में घोटाले से जुड़े कई अहम सुराग मिले थे। अब CBI इन सुरागों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
•आगे की जांच पर नजर:
CBI की टीम घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं और फंडिंग नेटवर्क का पता लगाने के लिए जल्द ही संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ शुरू करेगी। छत्तीसगढ़ में इस मामले से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी भी की जा सकती है।
यह मामला न केवल आर्थिक अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ती अवैध गतिविधियों के प्रति भी चिंता बढ़ाता है। पूरे देश की नजर इस हाई-प्रोफाइल केस पर
टिकी हुई है।
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