रायपुर । राज्योत्सव के अंतिम दिन आज सुबह से ही विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी में काफी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने अपने अपने अंदाज से खूब मस्ती के...
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रायपुर । राज्योत्सव के अंतिम दिन आज सुबह से ही विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी में काफी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने अपने अपने अंदाज से खूब मस्ती के साथ राज्य सरकार की विकास योजनाओं का अवलोकन कर सराहा। प्रदेश के कोनों कोनों से आए हुए आम नागरिक सपरिवार छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आनंद ले रहे हैं।
इसमें सबसे खास गोदना आर्ट के बदलतें हुए मॉर्डन स्वरूप युवाओं को खूब भा रही। युवक-युवती अपनें अपनें हाथों में बैंड गोदना बनावा रहें। मॉर्डन टच के साथ बैंड गोदना का बढ़ता हुआ क्रेज बैगा जनजाति एवं अन्य जनजातियों के गोदना के प्रति प्रेम को नया स्थान मिल रहा हैं। साथ इस सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने में भी मदद मिल रही है। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के स्टॉल में गोदना आर्ट के कलाकार हरिशंकर विश्वकर्मा ने बताया कि लोग बड़ी संख्या में बैंड टच गोदना को खूब पसंद कर रहें। खासकर युवा इसे अपने हाथों में बनवा रहें। ऐसे ही अपनें हाथों में बनावा रही जगदलपुर से आयी युवती निशा बोथरा कहती है कि गोदना मुझे बेहद पसंद है। पर अभी जो मॉर्डन बैंड टच के साथ जो गोदना या यूं कहें कि जो टैटू चल रहा है यह काफी लोकप्रिय है। यह बिल्कुल सिंपल पुरातन एवं मॉडर्न का एक मिश्रण स्वरूप है। ऐसे ही आर्ट लवर्स रायपुर की संचालिका एवं एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की पीएचडी छात्र सुरभि वर्मा कहती है कि प्रतिदिन 150 से 200 से अधिक लोग मेरे पास बैंड टच टैटू बनावा रहें है।
जनजाति साहित्य पढ़ने में अधिक रुचि आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण जनजातियों की साहित्य उपलब्ध है। कॉलेज एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में लगें छात्र इन पुस्तकों का अध्ययन वहां बिछे खाट में बैठकर कर रहें। खासकर ट्राइबल एटलस को छात्रों द्वारा खूब पसंद की जा रही है।
जनजाति साहित्य पढ़ने में अधिक रुचि आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण जनजातियों की साहित्य उपलब्ध है। कॉलेज एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में लगें छात्र इन पुस्तकों का अध्ययन वहां बिछे खाट में बैठकर कर रहें। खासकर ट्राइबल एटलस को छात्रों द्वारा खूब पसंद की जा रही है।
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