प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर बड़ा खुलासा: किताबें, ड्रेस और बस किराए में 40% तक कमीशन वसूली: राजनांदगांव : जिले में शिक्षा के मंदिरों को व...
प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर बड़ा खुलासा: किताबें, ड्रेस और बस किराए में 40% तक कमीशन वसूली:
राजनांदगांव : जिले में शिक्षा के मंदिरों को व्यापार का अड्डा बनते देख पुस्तक विक्रेता संघ ने गहरी चिंता जताई है। संघ के अध्यक्ष संजय जैन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर प्राइवेट स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी वसूली के विरुद्ध कड़ा एक्शन लेने की मांग की है।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि स्कूल प्रशासन किताबों, ड्रेस और बस सेवाओं पर 40% तक का कमीशन ले रहा है। यह न केवल अभिभावकों की जेब पर बोझ डाल रहा है, बल्कि स्वतंत्र विक्रेताओं के व्यवसाय को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है।
मुख्य आरोप इस प्रकार हैं:
स्कूल प्रशासन केवल कुछ चुने हुए विक्रेताओं से किताबें बेचवाते हैं।
ड्रेस और स्टेशनरी पर मोटा कमीशन तय होता है, जिससे कीमतें दोगुनी हो जाती हैं।
बस सेवा भी निजी एजेंसियों से सांठगांठ कर ऊँचे किराए पर दी जाती है।
पुस्तक विक्रेता संघ का आग्रह: मुख्यमंत्री तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करें और जांच कराएं, जिससे शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता लौटे और अभिभावकों को राहत मिले।
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