राशन कार्ड फर्जीवाड़ा: APL को BPL बनाकर करोड़ों की हेराफेरी, विधानसभा में उठा मामला: बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सरकारी चावल हड़...
राशन कार्ड फर्जीवाड़ा: APL को BPL बनाकर करोड़ों की हेराफेरी, विधानसभा में उठा मामला:
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सरकारी चावल हड़पने के लिए बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। खाद्य विभाग में APL (Above Poverty Line) कार्डधारकों को BPL (Below Poverty Line) श्रेणी में डालकर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई। इस मामले को विधानसभा में विधायक सुशांत शुक्ला ने उठाया, जिससे यह घोटाला सुर्खियों में आ गया।
2 साल तक चला खेल, 1355 फर्जी कार्ड से निकाला गया चावल:
जानकारी के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में 1355 फर्जी BPL राशन कार्ड बनाकर लाखों किलो सरकारी चावल का आवंटन किया गया। यह चावल बाजार में ऊंचे दामों पर बेच दिया गया, जिससे राज्य को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
राइस मिलर्स से सांठगांठ, विभाग की भूमिका संदिग्ध:
सूत्रों के अनुसार, फर्जी कार्डों से निकाले गए चावल को राइस मिलर्स को बेचा गया। इस खेल में खाद्य विभाग के कई अधिकारियों की मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है। मामले में फूड कंट्रोलर की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
विधानसभा में उठा मुद्दा, होगी गहराई से जांच:
इस घोटाले का मामला जैसे ही विधानसभा में उठा, सरकार ने जांच के आदेश दे दिए। अब दूसरे अधिकारी इस पूरे मामले की पड़ताल करेंगे। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
क्या होगी कार्रवाई?
सरकार ने संकेत दिए हैं कि यदि दोष सिद्ध हुआ तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही, घोटाले में शामिल राइस मिलर्स पर भी सख्त कदम उठाने की बात कही जा रही है।
बिलासपुर के इस बड़े राशन कार्ड घोटाले ने सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मामले में क्या ठोस कदम उठाती है।
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