बच्चों के उपर गिरी स्कूल की छत सरकार की लापरवाही के कारण समय से पहले सुधार नहीं कराया गया था

जगदलपुर जिला प्रशासन ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया था कि जिले के सैकड़ों स्कूलों की जर्जर स्थिति को -200 सुधारने के लिए मौजूदा सत्र में करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। 1-500 विज्ञप्ति में स्कूलों पर खर्च की गई राशि का पूरा ब्योरा दिया गया था। इस दावे के अगले ही दिन दरमा ब्लॉक के छोटे गुहरा स्थित प्राथमिक साला में छत की प्लास्टर भरभराकर स्कूली बच्चों पर गिर गई। सुबह 11.30 बजे प्लास्टर का बड़ा और भारी हिस्सा पढ़ाई कर रहे बच्चों पर अचानक आ गिरा। इस हादसे की बजह से क्लास में पढ़ाई कर रहे पांचा बच्चे घायल हो गए। जब हादसा हुआ तब कलास में 15 बच्चे थे। बच्चों पर प्लास्टर गिरते ही पूरे स्कूल में चीख पुकार मच गई। स्कूल में अफरा उपारी के माहौल के बीच बच्चों के उपर गिरे मलबे को हटाया गया और उन्हें घायल अवस्ना में तात्काल अस्पताल ले जाया गया। हादसे में कुछ बच्चों के सिर पर ज्यादा चोट आई है। ग्रामीणों ने पायल बच्चों को तुरंत स्वस्थ्य केंद्र में पहुंचाया। पायल बच्चों के माता- पिता भी पहुंच गए थे। हादसे की खबर मिलते ही चित्रकोट विधायक विनायक गोयल व कलेक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। गोयल ने घायल बच्चों से मिले और उनका हालचाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों को बच्चों का समुचित इलाज करने के निर्देश भी दिए।में करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। 1-500 विज्ञप्ति में स्कूलों पर खर्च की गई राशि का पूरा ब्योरा दिया गया था। इस दावे के अगले ही दिन दरमा ब्लॉक के छोटे गुहरा स्थित प्राथमिक साला में छत की प्लास्टर भरभराकर स्कूली बच्चों पर गिर गई। सुबह 11.30 बजे प्लास्टर का बड़ा और भारी हिस्सा पढ़ाई कर रहे बच्चों पर अचानक आ गिरा। इस हादसे की बजह से क्लास में पढ़ाई कर रहे पांचा बच्चे घायल हो गए। जब हादसा हुआ तब कलास में 15 बच्चे थे। बच्चों पर प्लास्टर गिरते ही पूरे स्कूल में चीख पुकार मच गई। स्कूल में अफरा उपारी के माहौल के बीच बच्चों के उपर गिरे मलबे को हटाया गया और उन्हें घायल अवस्ना में तात्काल अस्पताल ले जाया गया। हादसे में कुछ बच्चों के सिर पर ज्यादा चोट आई है। ग्रामीणों ने पायल बच्चों को तुरंत स्वस्थ्य केंद्र में पहुंचाया। पायल बच्चों के माता- पिता भी पहुंच गए थे। हादसे की खबर मिलते ही चित्रकोट विधायक विनायक गोयल व कलेक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। गोयल ने घायल बच्चों से मिले और उनका हालचाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों को बच्चों का समुचित इलाज करने के निर्देश भी दिए।                                                                अस्पताल में बच्चों का हाल जानते चित्रकोट विधायक, कलेक्टर व अन्य।

143 स्कूलों की सूची में भी नहीं था नाम  सोपान अस्पताल पहुंचे बच्चों के परिजनों ने बतया कि स्कूल की जर्जर स्थिति को लेकर कई बार शिक्षकों से शिकायत की गई थी। इसके बावजूद स्थिति नहीं सुनी और फिर यह हादसा हो गया। 

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